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Thursday 29 August 2019

Ganesh Chaturthi 2019: गणपति पूजा करते हैं तो इन 6 गलतियों स बचना होगा

भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। इस बार यह चतुर्थी 2 सितंबर दिन सोमवार को है। भगवान गणेश प्रथम पूजनीय हैं इसलिए उनकी पूजा में छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बात का ध्यान रखा जाता है। गणेशजी का यह जन्मोत्सव चतुर्थी तिथि से लेकर दस दिनों तक चलता है। इसलिए गणपति की पूजा में आपको इन 6 चीजों से बचना होगा। ये छोटी-छोटी गलती आपको बहुत बड़ा नुकसान करवा सकती हैं।

  • गणपित के पीठ के दर्शन ना करें
भगवान गणेश की पीठ के दर्शन कभी नहीं करने चाहिए। पुराणों में बताया गया है कि भगवान गणेश के शरीर पर ब्रह्मांड के सभी अंग निवास करते हैं। उनकी पीठ पर दरिद्रता का वास है, जो भी पीठ के दर्शन करता है तो दरिद्रता का प्रभाव बढ़ जाता है। अगर जाने-अनजाने ऐसा हो जाए तो भगवान से तुरंत क्षमा मांगनी चाहिए और उनकी पूजा कर प्रसन्न करना चाहिए।

  • गणपति की ऐसी प्रतिमा देगी फल

बाईं ओर सूंढ वाली गणेशजी की प्रतिमा अधिक शुभ होती है। घर में ऐसी ही गणपति की प्रतिमा को स्थापित करके पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसी सूंढ़ वाले गणपति जल्दी प्रसन्न होकर फल प्रदान करते हैं। दायीं ओर सूंढ वाले गणपति की पूजा का फल देर से मिलता है। इसलिए गृहस्थों को बाईं ओर सूंढ़ वाली गणपति की पूजा करनी चाहिए।

  • इसलिए केवल एक गणपति की प्रतिमा रखें

गणेश चतुर्थी पर गणेशजी की नई प्रतिमा ला रहे हैं और उसे घर में रखने की सोच रहे हैं तो घर में मौजूदी गणेशजी की पुरानी प्रतिमा को विसर्जित कर दें। दो गणपति प्रतिमा पूजा घर में एक साथ नहीं होना चाहिए। इससे फल प्राप्ति में बाधा आती है। वास्तु विज्ञान के अनुसार पूजा घर में केवल एक गणपति प्रतिमा रखनी चाहिए।

  • गणपति की पूजा में तुलसी को रखें दूर

पुराणों में गणेशजी के भोग में तुलसी का प्रयोग वर्जित बताया गया है। तुलसी का प्रयोग करने से भगवान नाराज हो जाते हैं। दरअसल इसके पीछे एक पौराणिक कथा है। बताया जाता है कि तुलसी गणेशजी से विवाह करना चाहती थीं लेकिन गणेशजी ने मना कर दिया। विवाह प्रस्ताव ठुकाराने की वजह से नाराज तुलसीजी शाप दिया कि उनके ए‍क नहीं बल्कि दो-दो विवाह होंगे। इस पर श्री गणेश ने भी तुलसी को शाप दे दिया कि तुम्हारा विवाह एक असुर से होगा।

  • गणपति के परिवार को करें शामिल
गणेशजी के साथ उनके परिवार की पूजा भी करें। गणेशजी की पत्नी रिद्धि और सिद्धि एवं पुत्र क्षेम और लाभ की भी पूजा करनी चाहिए। मूषक भी इनके परिवार का हिस्सा है इसलिए इनकी पूजा भी करें। इनकी पूजा करने से गणेशजी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख समृद्धि का वास होता है। बिना परिवार के गणपति कहीं नहीं रहते हैं इसलिए गणपति से लाभ के लिए इनकी पूजा भी बहुत जरूरी है।


  • पूजा में करें इस रंग का ज्यादा प्रयोग
गणेशजी की पूजा में लाल रंग का विशेष महत्व है। इनकी पूजा करते समय सफेद चंदन की बजाय लाल चंदन का प्रयोग करना चाहिए। इन्हें लाल सिंदूर और लाल फूल ही अर्पित करना चाहिए। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।


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